त्रिविक्रम श्रीनिवास की नई फिल्म 'गुंटूर कारम' में महेश बाबू की उम्मीदों को पूरा नहीं कर पा रही है। आइए इस संक्रांति रिलीज के ऊपर के और नीचे की ओर बढ़ते हैं। 

Category

By Style-ish Mag October 12, 2020

गुंटूर कारम समीक्षा: महेश बाबू की ब्लैंड फिल्म का परिदृश्य

रमना, जिसे महेश बाबू ने निभाया है, अपनी मां से दूर रह कर प्यार की तलाश में है, जो राजनीतिक रूप से भरा हुआ परिवार है। फिल्म एक मजबूत कहानी का वादा करती है लेकिन दर्शकों को जुटाए रखने में समस्या हो रही है।

Category

By Style-ish Mag October 12, 2020

गुंटूर कारम कहानी

मनोज परमहंस की सिनेमेटॉग्राफी जीवन भर का जीवन डालने का प्रयास कर रही है, लेकिन शैली सबस्टैंस की अपेक्षा केवल एक हद तक ही जा सकती है। फिल्म कई बार त्रिविक्रम की पिछली कामों की तरह लगती है।

Category

By Style-ish Mag October 12, 2020

सिनेमेटॉग्राफी और शैली

अंत में, गुंटूर कारम एक नष्ट अवसर की भावना देती है। फिल्म एक रोंगटे खड़े करने की कठिनाई महसूस कराती है। महेश का पूरा प्रयास महत्वपूर्ण है।

Category

By Style-ish Mag October 12, 2020

एक नष्ट अवसर